Wednesday, September 26, 2007

'पल...पल..पल..पल' बाई क्लिफ रिचर्ड!

आपको 'मुन्नाभाई' फिल्म का गीत 'पल..पल..पल..' तो शायद याद ही होगा। मैंने पहले सुना था कि इसका संगीत किसी अंग्रेज़ी गाने से चोरी किया गया है, पर वह गाना आज मिला। 'मुन्नाभाई' के संगीतकार शांतनु जी का वैसे भी क्लिफ रिचर्ड साहब से चोरी करने का हक़ ही बनता है, क्योंकि ये भारतीय ही थे! चौंकिये मत- रिचर्ड साहब का जन्म अपने लखनऊ, यू.पी. में ही हुआ था! क्लिफ रिचर्ड का ये गीत यहां देखें

5 comments:

Anonymous said...

शान्तनु की गैरमौलिकता का प्रमाण मिला।परम्परा प्राचीन है।

Udan Tashtari said...

हम्म!! क्या कहें.

Yunus Khan said...

कमाल है भाई । अच्‍छा किया आपने इस ओर ध्‍यान आकर्षित किया ।

sanjay patel said...

नक़ल में अक़ल अच्छी लगाई है. ऐसी चोरियों के लिये अंतर्मन में ही झाँकना पडता है. सीनाज़ोर कहते संगीत भी एक एपलाइड आर्ट है हुज़ूर...पिछला देख - सुन कर अपना रच लेते हैं.पापी पेट का सवाल जो ठहरा. रचनात्मकता गई भाड़ में.

Sagar Chand Nahar said...

कुछ दिनों पहले मुझे खालिद महमूद ( तलत जी के सुपुत्र) की एक मेल मिली थी जिसमें पूरी सूची थी कि किस संगीतकार ने कौनसे गाने की प्रेरणा लेकर ( या चोरीकर) कौनसा गाना बनाया।
उस सूचि में बड़े बड़े संगीतकारों के नाम थे जिन्हें हम महान संगीतकार कहते हैं।
आर डी बर्मन का एक ऐसा ही गाना आप बहुत जल्दी रेडियोवाणी पर सुनेंगे।