Wednesday, July 20, 2005

किचन का कच्चा चिट्ठा!

आज चिट्ठा किचन में ही लिखा! कारण कई हैं फिर कभी बताऊंगा!दाल चावल बनाने की कोशिश की। दाल कुछ ज़्यादा ही गल गयी। खाने लायक नहीं है फिर भी खानी पड़ेगी। खैर!

2 comments:

Anonymous said...

चुल्हे अग्ग न घड़े दे विट पाणी
के छड़याँ दी जून बुरी

पंकज

Dharni said...

सही बोला..बीवी बच्चे अभी भारत में हैं..तकलीफ तो होगी ही...मुझे इस गाने का हिन्दी रूपांतर मिल सकता है क्या?