Sunday, July 05, 2015

नमस्कार!

अंतर्मन में पुनः आपका स्वागत है! आशा है कुछ नए नवेले रोचक संस्मरण एवं विषार आप तक पहुंचा सकूंगा| स्टे ट्यून्ड!
देश का र्रज्नीतिक परिदृश्य काफी रोचक हुआ जा रहा है| कहीं योग की धूम, डिजिटल का नाद तो कहीं घोटालों का शोर| ऐसे में अपने विचारों को संतुलित कैसे रखा जाए!

बाकी तो माया है|

अभी अभी महोबा के रोटी बैंक का नाम सुना है| आइडिया बहुत अच्छा है| आशा है बाकी शहर भी ऐसा ही कुछ करेंगे| जनता को समझना होगा की वही सरकार है, उसी को सब करना है| "चुनकर" आये लोग तो ज़्यादातर "ऐंवे ही हैं" |

शुभ रात्रि|
आशा है कल का दिन आपके लिए एक नयी नवेली खूबसूरत शुरुआत हो!

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