अम्मा उदास हूँ मैं आज
न सुर है, न कोई साज़
न पूछ पाया मैं
तुझसे एक राज़ -
सूखे हलक में
दब गयी मेरी आवाज़
क्या मुझपर है
तुझको नाज़
अब मेरे पंखों से
चली गयी परवाज़
स्वर्ग सा सुख देता था
तेरे मुस्कुराने का अंदाज़
अम्मा उदास हूँ मैं आज
(http://dharnispoems.blogspot.in/)
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