सोनी टीवी पर आने वाला आज का इंडियन आइडल का एपिसोड काफी मनोरंजक लगा, खासकर इस वजह से क्योंकि इस बार आडिशन लखनऊ में था। शुरुआत में जजेज़ की एंट्री रिक्शे पर हुई।
सोनाली बेन्द्रे हमेशा की तरह खूबसूरत लग रही थीं। अनु मलिक यहां भी नकल कर रहे हैं - इस बार साइमन कॉवेल की। जावेद साहब की सादगी पर टी आर पी वाली एक्टिंग कभी कभी हावी हो जाती है। कैलाश खेर का क्या कहें।
खैर...आज के एपिसोड में जो लोग याद हैं उनकें से है - कानपुर का एक लड़का जो पहले थोड़ा हिचकिचाया, पर बाद में उसने अपनी दमदार आवाज़ से सबको को खुश कर दिया।
एक और लड़की थी ..कानपुर से....कोयल की आवाज़ निकालने वाली...उसके गाने ने उतना इम्प्रेस नहीं किया, पर उसका कॉंफिडेंस देखने लायक था।
बनारस से एक लड़की थी...वो बिरजू महाराज जी की पोती है..उसका परफॉरमेंस भी बहुत अच्छा था।
पटना से आई हुई एक लड़की ने अपनी मुस्कान से सबको फ़्लैट कर दिया...वैसे उसका गाना भी काफी अच्छा था। लखनऊ से एक लडके ने एक सूफी क़लाम - "हाजी अली.." गाकर सबका दिल जीत लिया। लखनऊ से ही कुछ और लोगों ने भे काफी अच्छा पर्फॉर्मेंस दिया।
आज के पर्फॉर्मर्स में से एक आध टॉप टेन में जा सकते हैं।
हां याद आया... पिछले वर्श 'सा रे गा मा पा .." के एक विजेता .. तन्मय चतुर्वेदी के बारे में लिखना बहुत ज़रूरी है। उसके ऊपर एअलग से पोस्ट लिखनी है. वह मेरे ही स्कूल में पढ़ता है और मेरे सहपाठी का भतीजा है। कुछ दिनों पूर्व वह न्यू जर्सी आया था पर मुझे पता नहीं चला, मिलना ज़रूरी था..खैर कभी फिर सही।
तन्मय के चाचाजी...सो मेरे सहपाठी थे...संगीत में काफी रुचि रखते थे। तन्मय के दादाजी मेरे स्कूल के प्राध्यापक हुआ करते थे। उनके जैसा टीचर मैंने आज तक कहीं नहीं देखा। सबको वैसे प्राचार्य नहीं मिलते । वैसा इंसान भी मिलना मुश्किल है।
सारेगमापा और तन्मय की बदौलत मुझे अपना स्कूल टीवी पर देखने को मिल पिछले वर्ष..। आज से बीस बरस पहले कभी सोचा नहीं था कि अपना स्कूल टीवी पर देखने को मिलेगा...वो भी अमेरिका में। समय बड़ा बलवान!
कभी कभी सोचता हूँ कि इन सभी कॉंटेस्ट्स की वज़ह से छोटे - छोटे शहरों के कितने लोगों को आगे आने का मौक़ा मिल रहा है..ये युवक - युवतियाँ आज से बीस साल पहले नहीं होते थे? क्या होता था इन प्रतिभाओं का?
कुछ दिनों पूर्व सपरिवार बच्चन फैमिली के एक शो में जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। अमिताभ, ऐश्वर्या, अभिशेक बच्चन, जया जी, माधुरी दीक्षित, प्रीति ज़िंटा और रीतेश देशमुख ने काफी मनोरंजन किया। इस बारे में मैं फिर कभी एक अलग से पोस्ट लिखूँगा। काफी चित्र भी लिये थे जो आपसे शेयर करने हैं। मैंने एक वीडियो यूट्यूब पर डाला था जो कि आयोजकों ने तुरंत वहां से निकाल दिया।
चलिये दिर मुलाक़ात होगी! काफी कुछ बता गया बातों ही बातों में..
शब-ब-ख़ैर!
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